
इंदौर के एक चावल कंपनी के मालिक ने तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज कराया है। करीब तीन साल से चल रहे इस मामले में आवेदन लेकर पुलिस ने जांच की थी। बताया जाता है कि चावल कंपनी के मालिक के फर्जी लेटरपेड बनाने के साथ ही फर्जी हस्ताक्षर किये थे। जिसके बाद जांच में सामने आया कि आरोपियों ने अपने खाते में रुपये डलवाए थे। मामले में पुलिस ने तीनों पर केस दर्ज किया है। आरोपियों में एक फर्म का मालिक है। जबकि दो एजेंट हैं।
TI मनीष डाबर के मुताबिक सिद्धार्थ पिता नरेंद्र श्राफ निवासी बीसीएम हाईट्स की चावल की कंपनी है। उनका अमेरिका में अमेरआई क्रेड फूड के नाम से करार हुआ था। जिसमें 2019 में इन्हें करीब पौने दो करोड़ के चावल की सप्लाय की गई थी। इस मामले में करीब एक करोड़ के लगभग का पेमेन्ट हो गया था। जबकि 78 लाख से अधिक का पेमेंट बकाया चल रहा था।
सिद्धार्थ ने बचे हुए रूपये को लेकर अमेरआई क्रेड फूड कंपनी से तकादा किया। जिसमें पता चला कि उनके द्वारा पेंमेट कुछ खातों में डाला गया है। इधर सिद्धार्थ श्राफ ने पेंमेट नहीं आने की बात कही। इस मामले में सिद्धार्थ ने खातों की जानकारी लेकर दस्तावेज मंगाए। जिसमें पता चला कि रजत जौहरी वासुमति फूड के डायरेक्टर हैं उन्होंने निलेश और हिमांशु मिंगलानी के साथ मिलकर सिद्धार्थ की कंपनी के फर्जी लेटरपेड बनाए।
दरअसल रजत, निलेश और हिमांशु चावल दलाल हैं। उन्होंने सिद्धार्थ की कंपनी और अमेरिका की कंपनी के बीच व्यापार में मध्यस्थता की थी। बाद में आरोपियों ने सिद्धार्थ की कंपनी में खुद को पार्टनर बताकर फर्जी तरीके से ईमेल अमेरिका की कंपनी को भेजे और वहां से पैसा अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिया था। इन दस्तावेजों पर नकली हस्ताक्षर किये गए थे। इस मामले में यूएस की कंपनी से पूरा डाटा लेने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई। जिसमें रजत, निलेश ओर हिमांशु पर पुलिस ने केस दर्ज किया है।