कान्हा नेशनल पार्क में कण्डम वाहनों से जंगल सफारी द्वारा पर्यटकों की जान से खिलवाड़ कर रहा है टूरिज्म विभाग : साख को लग रहा है बट्टा

मंडला यश भारत lदेश भर में प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को भारी भरकम फीस के बावजूद कण्डम वाहनों से जंगल सफारी कराई जा रही है। ये वाहन बीच जंगल में कभी भी खराब हो जाते हैं जिससे पर्यटकों को कई घंटों तक असुरक्षा और डर के साए में समय निकालना पड़ रहा है।
यह वाकया बुधवार की सुबह कान्हा नेशनल पार्क में जंगल सफारी के दौरान सामने आया है। टूरिज्म विभाग द्वारा अपने भारीभरकम शुल्क पर MP 51 0861 नंबर के जिस कैंटर वाहन से सैलानियों को जंगल सफारी के लिए भेजा गया था वह वाहन बीच जंगल में अचानक ख़राब होकर बंद हो गया। ड्राईवर द्वारा काफी मशक्कत के बाद भी वाहन चालू नहीं होने पर उसने अपने हाथ खड़े कर दिए। उक्त वाहन में देश के कई राज्यों से बुजुर्ग, महिलाएं व पुरुष तथा छोटे बच्चे सवार थे। वाहन खराब होने की सूचना विभाग तक भेजने के लिए ड्राइवर तथा गाइड के पास कोई सूचना तंत्र उपलब्ध नहीं होने तथा सैलानियों के मोबाईल फोन में बियाबान जंगल में नेटवर्क नहीं मिलने के कारण उनके पास इस बात की सूचना विभाग को भेजने का कोई रास्ता नहीं था। काफी देर बाद एक सफारी जिप्सी के वहां से गुजरने पर सूचना भेजी गई।
जिस पर विभाग द्वारा सैलानियों को वापिस बुलाने की व्यवस्था की जा सकी। इस बीच घने और निर्जन जंगल के उक्त रास्ते में टाईगर की मौजूदगी की बात के चलते किसी अनहोनी की आशंका में करीब 3 घंटे तक भूख प्यास व डर से सैलानियों की सांस फूली रही। वाहन में सवार सैलानियों को 2-3 घंटे तक वापिस जाने की कोई व्यवस्था नहीं होने पर टूरिज्म विभाग तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ उनकी जमकर नाराज़गी सामने आती रही और वे सरकार की इस लापरवाही व बदइंतजामी को लेकर उसे कोसते हुए नजर आए।
इन्होंने कहा….
कान्हा पार्क प्रबंधन इस पर तत्काल संज्ञान ले और पर्यटन विभाग को नोटिस देकर पुराना वाहन बदलने हेतु निर्देशित करें साथ ही वाहन नहीं बदलने की दशा में पुराना वाहन संचालित करने की अनुमति ना दी जाये.. इस विषय को मैं कान्हा पार्क प्रबंधन की lac की बैठक में प्रस्तुत करूँगा।विधायक नारायण सिंह