
उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण मध्यप्रदेश में हल्की ठंडक हो गई है। ठंडी हवाओं के कारण गर्मी से हल्की राहत मिली है। तेज हवाओं ने शनिवार रात कई इलाकों में पारा 3 से 4 डिग्री तक नीचे गिरा दिया। पचमढ़ी में पारा 10 डिग्री से नीचे आ गया। अधिकांश इलाकों में 15 से नीचे रिकॉर्ड हुआ।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि ठंडी हवाओं के कारण मौसम में यह बदलाव आया है। अभी 2 से 3 दिन तक इसी तरह दिन और रात का तापमान कहीं कम तो कहीं ज्यादा होता रहेगा। नया सिस्टम 8 मार्च से एक्टिव होगा। इसके कारण 7 मार्च से प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
यहां पारा 10 से नीचे उतरा
पचमढ़ी, रीवा समेत कुछ इलाकों में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे आ गया। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। यहां रात का पारा 3 से
4 डिग्री तक नीचे आ गया। भोपाल में न्यूनतम तापमान 13 से नीचे रिकॉर्ड हुआ, तो ग्वालियर में 12 से नीचे तक चला गया। जबलपुर और इंदौर में 14 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ। इंदौर में भी तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
यह सिस्टम तैयार हो रहा
वर्तमान में नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास एक ट्रफ के रूप में स्थित है। दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में अतितीव्र निम्न दाब क्षेत्र चेन्नई से 300 km की दूरी पर सक्रिय है। 8 मार्च से अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है।