उत्तराखंड और हिमाचल में बादल फटे ,तबाही ही तबाही, 55 लापता : केदारनाथ के भीमबली में 200 कावड़ यात्री फंसे, खाली कराया गौरीकुंड

रुद्रप्रयाग.देहरादून, एजेंसी। मानसून की बारिश आफत और जानलेवा बन गई है। भारी बारिश के कारण पहाड़ी राÓयों, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। दोनों राÓयों में विभिन्न स्थानों पर बादल फटने की सूचना है। उत्तराखंड के हालात इसलिए चिंताजनक हैं, क्योंकि यहां चारधाम यात्रा मार्ग पर कई यात्रियों के फंसे होने की आशंका है। उत्तराखंड के टिहरी, रुद्रप्रयाग और भीमबली में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात हैं।
अलग-अलग स्थानों पर भारी संख्या में तीर्थ यात्री फंसे हैं। पूरे उत्तराखंड में अलर्ट घोषित किया गया है। विभिन्न स्थानों पर बादल फटने की सूचना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला पुलिस और स्थानीय अधिकारियों सहित आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है। केदारनाथ में फंसे 150 से 200 तीर्थयात्रियों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हालात पर नजर रखे हुए हैं।
ताश के पत्तों की तरह गिरी बिल्डिंग,
कुल्लू जिले में पार्वती वैली में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है. यहां पर मणिकर्ण घाटी में सब्जी मंडी की बिल्डिंग गिर गई है.
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। कुल्लू के निरमंड ब्लॉक, कुल्लू के मलाणा और मंडी जिले में बादल फटे हैं। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीनों जगह पर करीब &5 लोग लापता हो गए हैं। मंडी में एक शव मिला है। यहां &5 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं।
मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही मच गई। यहां मकान ढहने की सूचना है। सड़क कनेक्टिविटी भी ठप हो गई है। मौके के लिए एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें रवाना हो गई हैं। थलटूखोड़ पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने की घटना हुई है। घटना में कई लोग लापता है। तीन घर बहने की सूचना है।
जानकारी मिली है कि पधर उपमंडल के थलटूखोड़ में बादल फटने की घटना में नौ लोग लापता हैं, एक शव बरामद किया गया है। जबकि &5 सुरक्षित हैं। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है। मदद की जरूरत होने पर सेवाएं ली जाएंगी। एनडीआरएफ को भी मदद का निवेदन किया गया है।शिमला में रामपुर के पास बादल फटने के बाद 20-22 लोगों के लापता होने की सूचना है। राहत तथा बचाव कार्य शुरू किया गया है। शुरुआत जानकारी के अनुसार, लापता लोग पावर प्रोजेक्ट के कर्मचारी हो सकते हैं।
कुल्लू जिले के निरमंड इलाके के बागीपुल में 8-10 मकान बह गए हैं। जिसमें पटवार खाना, होटल, दुकानें भी शामिल हैं। बागीपुल में सात से दस लोगों के लापता होने की सूचना है। इसमें एक ही परिवार के सात लोग लापता बताए जा रहे हैं। तहसीलदार मौके पर हैं। कोयल खड्ड तक सर्च अभियान शुरू किया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं, अधिकतर सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड का नामोनिशान मिट गया है। 15 गाडिय़ां पानी में बह गई हैं।
बता दें, पूरे हिमाचल में भारी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने यहां ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। आज भी मंडी, शिमला और कुल्लू में भारी बारिश की आशंका है।
उत्तराखंड पुलिस ने वीडियो जारी कर बताया कि देघाट में नदी का जलस्तर बढऩे से गौशाला में पानी भर गया था, जिसमें गाय भी डूब गई थी। पुलिस के जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना गहरे पानी में उतरकर रेस्क्यू अभियान चलाकर गाय को सुरक्षित निकाला गया।
देघाट में नदी का जलस्तर बढऩे से गौशाला में पानी भर गया था, जिसमें गाय भी डूब गई थी, देघाट पुलिस के जवानों द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना गहरे पानी में उतरकर रेस्क्यू अभियान चलाकर गाय को सुरक्षित निकाला गया। रेस्क्यू में में जनता का सहयोग भी रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पुर्वमान पर बारिश का कहर जारी है. बारिश के कहर से 8 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 5 लोग लापता हैं. टिहरी में बादल फटने से तीन की मौत हो गई है.
जबकि देहरादून में बरसाती नाले में बहने से एक की मौत हो गई और एक शख्स लापता हो गया है. वहीं चमोली के गैरसैण में मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई. हरिद्वार के ग्राम भौरी में मकान ढहने से दो ब’चों की मौत हो गई. हल्द्वानी और बागेश्वर में अलग अलग घटनाओं में दो ब’चों के बहने की सूचना मिली है. नैनीताल के धारी में पत्थर की चपेट में आने से एक की मौत हो गई. प्रदेश का रुद्रप्रयाग और टिहरी जिला रहा बारिश की कहर से प्रभावित हो गया है.
मिलाना डैम टूटा
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की बारिश ने कहर ढ़ाया है. यहां कुल्लू जिले की मणिकर्ण में मलाणा गांव में बना पावर प्रोजेक्ट का डैम टूट गया है. डैम टूट से घाटी में बाढ़ आ गई है और हाहाकार मचा हुआ है. आधी रात को हुई बारिश की वजह से ब्यास नदी भी रौद्र रूप में आ गई है और यहां पर भी मनाली शहर के पास ब्यास नदी ने अपना रास्ता बदला है और हाईवे पर बहने लगी है. चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे कई जगह पर लैंडस्लाइड के चलते बंद है. फिलहाल, पार्वती नदी में भारी बाढ़ से भुंतर के आसपास लोगों को अलर्ट किया गया है.
दिल्ली की सड़कें दरियां बनी
इतनी बारिश हो रही है कि राजधानी दिल्ली तक डूब गई। सड़कें दरियां बनी हुई हैं। संसद और सुप्रीम कोर्ट में भी पानी भर गया। हालात ऐसे हैं कि सरकार ने स्कूल बंद करने के आदेश दे दिए। उत्तराखंड में भारी बारिश से बादल फटे और केदारनाथ यात्रा रोकनी पड़ी।
संसद और सुप्रीम कोर्ट में भी पानी भरा
संसद, सुप्रीम कोर्ट, एम्स, लुटियंस दिल्ली, भारत मंडपम, इंडिया गेट-रिंग रोड टनल, प्रगति मैदान पानी में डूबे रहे। कई पेड़ धराशायी हुए। कई इलाकों में पानी भरने के कारण रुत्र ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है। नॉर्थ दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में एक इमारत ढह गई। दिल्ली मयूर विहार फेज थ्री में एक महिला और ब’चा नाले में बहे। तीन दिन पहले बेसमेंट में पानी भरने से चर्चा में आए ओल्ड राजेंद्र नगर में फिर पानी भर गया। उत्तर प्रदेश में बारिश का पानी विधानसभा परिसर में भर गया। नोएडा में लोगों के घरों में सीवरेज का गंदा पानी घुस गया। केरल के वायनाड में हुआ लैंडस्लाइड भारी बारिश का परिणाम है। असम पहले से बाढ़ के पानी में डूबा है। नदियां-नाले उफान पर बह रहे हैं।
हरियाणा में नेशनल हाईवे पर सड़क का एक हिस्सा धंसा,
हरियाणा के यमुनानगर में नेशनल हाईवे &44 का एक बड़ा हिस्सा धंस गया। जिसके चलते सड़क पर कई फीट गहरा गड्ढा हो गया। बुधवार देर इस गड्ढे में एक ट्रक फंस गया। जिसे क्रेन के सहारे निकाला गया। हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं हैं।