उड़ता पंजाब बन रहा गोटेगांव : नशे की गिरफ्त में युवा पीढ़ी , ड्रग्स बेचती हैं युवतियां और महिलाएं
पूर्व कांग्रेस विधायक शेखर चौधरी ने उठाए सवाल

नरसिंहपुर | कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी उड़ता पंजाब। यह फिल्म अफीम, स्मैक, अफीम चरस, गांजा, शराब आदि नशे के बढ़ते चलन और उसके दुष्परिणामों पर आधारित थी। फिल्म में युवा पीढ़ी को नशे के बुरे नतीजों से आगाह करने की शानदार कोशिश की गई थी। मध्यप्रदेश के कई जिलों में ड्रग तस्कर पकड़े भी जा चुके हैं। ये तो हुई पंजाब की बात, लेकिन मध्यप्रदेश के एक ऐसे शहर की, जो पंजाब की राह पर चल पड़ा है।
यह हकीकत है न जग द रसिंहपुर जिले के गोटेगांव कस्बे की। हम इस कस्बे को उड़ता गोटेगांव कहें, तो कोई बड़ी बात नहीं है। गोटेगांव एक ऐसा छोटा शहर है, जहां नशे का अमूमन हर सामान आसानी से मिल जाता है। इस शहर में गांजा, स्मैक आसानी से उपलब्ध हैं। सैकड़ों बच्चे, युवा, बड़े बुजुर्ग इनकी गिरफ्त में आ चुके हैं।
इस शहर के नया बाजार, स्टेशन क्षेत्र, बैलहाई, ठाकुर बाबा मंदिर में नशेड़ियों की महफिल सजी नजर आ ही जाती है। नशे की हालत में लोगों को गिरते पड़ते कहीं भी देखा जा सकता है। शहर का नया बाजार इलाका नशीले पदार्थों का सबसे बड़ा बाजार है। यहां प्रतिबंधित मादक पदार्थों का व्यापार धड़ल्ले से और खुलेआम चल रहा है। अचरज और दुख वाली बात यह है कि नशीले पदार्थ बेचने का काम युवतियां और महिलाएं कर रही हैं।
नशे की गिरफ्त में आ चुके बच्चों, युवाओं और बड़े बुजुर्गों के परिवार तबाह हो रहे हैं। युवा अपनी जवानी, सेहत, धन दौलत सब कुछ से हाथ धोते जा रहे हैं। इस मामले में विधायक महेंद्र नागेश ने कहा कि गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र में यह सब चीज नहीं चलेगी, मैं कलेक्टर एसपी से बात करके इन सब चीजों पर रोक लगवाऊंगा और दोषियों पर कार्रवाई करवाऊंगा। वहीं गोटेगांव थाना प्रभारी प्रदीप सराफ ने कहा कि मेरी अभी-अभी पोस्टिंग हुई है, मैंने मुखबिर लगा दिए हैं, जैसे ही सूचना मिलती है मैं तुरंत कार्रवाई करूंगा। वहीं पूर्व कांग्रेस विधायक शेखर चौधरी ने पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि गोटेगांव में नशे का कारोबार फल फूल रहा है। नशे के फेर में युवक पढ़ाई लिखाई, काम धंधे से दूर होते जा रहे हैं।