ईपीएफ कर्मी पत्नी सुसाइड मामला : मरने के पहले पत्नी की यही गुहार, छोड़कर न जाना कभी
पति इलाज के लिए ले गया था मनोचिकित्सक के पास, पुलिस जांच जारी

जबलपुर। ईपीएफ कर्मी पत्नी सुसाइड मामले में पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह तथ्य सामने आया है कि मृतिका की मनोदशा ठीक नहंी थी। जिसका इलाज पति द्वारा एक मनाचिकित्सक डॉक्टर से कराया जा रहा था। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मृतिका ने बिल्डिंग से कूंदने के पहले अपने पति से यह गुहार लगाई थी कि वह उसे छोड़कर कभी न जाए। यह बात पत्नी पहली बार नहीं बल्कि अनेक बार अपनी पति से कर चुकी थी। पति को भी यह कभी अहसास नहीं हुआ कि पत्नी इस शक पर इतना बड़ा आत्मघाती कदम उठाकर, अपनी जान दे देगी। हालांकि विजय नगर पुलिस सुसाइड मामले की सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है। आत्महत्या का प्रमुख कारण क्या था, यह जानकारी जुटाने में पुलिस लगी हुई है।
मालूम हो कि कचनार सिटी के पास शिव दर्शन अपार्टमेंट में विजय शर्मा पत्नी रूपम शर्मा (4०) और 11 वर्षीय बेटे के साथ रहते हैं। विजय शर्मा पीएम विभाग में कायज़्रत हैं। बुधवार ४ अगस्त की शाम को वे कार्यालय में थे और पत्नी व बेटा घर पर थे। शाम ६ व ७ बजे के बाद उनके मोबाइल पर फोन पहुंचा कि उनकी पत्नी अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिर गई हैं।
पति-पत्नी में नहीं थी अनबन
विजय नगर टीआई सोमा मलिक के मुताबिक प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पति और पत्नी के बीच कोई अनबन नहीं थी। मृतिका तनाव ग्रस्त थी। जिसका इलाज जारी था। कल घटना के पहले ही पति उसे दवा देकर गया था। मामले की जाचं जारी है।