*आम नागरिकों को आवारा कुत्तों से राहत प्रदान करने धरपकड़ जारी

जबलपुर। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निगमायुक्त संदीप जी.आर. के निर्देशानुसार शहर के आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग की गठित टीम एवं अनुबंधित बगलामुखी सेवा समिति के द्वारा शहर के अलग अलग विभिन्न क्षेत्रों में जाकर आवारा कुत्तों को पकड़ने, बंधियाकरण एवं एण्टीरेविज टीकाकरण की कार्रवाई की जाकर लोगों को राहत प्रदान की जा रही है।
आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई के संबंध में स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रतिदिन शहर के आम नागरिकों से शिकायतें प्राप्त होती हैं। उन्होंने बताया कि शिकायतों के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं माॅं बगलामुखी सेवा समिति के डाॅग केचर्स द्वारा प्रतिदिन वार्डो से 15 से 20 कुत्तों को जबलपुर कठौंदा स्थित श्वन बधियाकरण केन्द्र में लाया जाता है एवं कुत्तों के स्वास्थ्य की जाॅंच कर उनका बधियाकरण आॅपरेशन प्रशिक्षित पशु चिकित्सक द्वारा किया जाता है। उन्होंने बताया कि आॅपरेशन के पश्चात श्वानों को तीन से चार दिन के लिये पोस्ट आॅपरेटिव केयर में देखभाल के लिये रखा जाता है। इस दौरान कुत्तों को एंटी बायोटिक दर्द निवारक इंजेक्शन दिये जाते हैं, साथ ही कुत्तों को पौष्टिक आहार भी दिया जाता है।
स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि पोस्ट आॅपरेटिव केयर की अवधि समाप्त होने के पश्चात इन श्वानों कुत्तों को एंटी रेविज का टीका दिया जाता है ताकि भविष्य में इन्हें रेबिज बीमारी न हो सके। उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सक द्वारा यह कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है आॅपरेटिव किये गये कुत्तों की पहचान के लिये उनके कान में व्ही आकार का कट दिया जाता है जिससे बंधियाकृत किये गये कुत्तों के हिमांक प्रवृत्ति कम हो जाती है और टीकाकरण किये गये कुत्तांे के काटने में रेविज बीमारी संक्रमण की आशंका भी कम हो जाती है।
स्वास्थ्य अधिकारी श्री सिंह ने बताया कि आवारा कुत्तों को पकड़ने की कार्रवाई पर सतत् निगरानी के लिए मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक अर्जुन यादव की डयूटी अलग से लगाई गयी है, जो प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों में कुत्ता पकड़ने की टीम को भेजकर कार्रवाई कराते हैं। इसकी रिपोर्ट भी प्रतिदिन उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय में दी जा रही है। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के इस कार्रवाई से अब लोगों में आवारा कुत्तों के प्रति भय का वातावरण खत्म होते जा रहा है। इस प्रकार की कार्रवाई अब निरंतर जारी रहेगी।