आखिरी समय पर भी मटर के भाव गिरे, जिले की मटर मंडियों में नहीं मिल रहा किसानों को रेट

यश भारत जबलपुर। आखिरी सीजन में भी अब किसानों को मटर के अच्छे भाव नहीं मिल रहे हैं। इस सीजन में पहले 30 रूपए तक तो किसानों को मटर के रेट मिल जाते थे। बीच में फिर मटर का भाव गिर गया था, जिससे किसानों को आस थी कि आखिरी सीजन का मटर उनके लिए लाभ लेकर आयेगा। लेकिन फिर एक बार किसानों के अंदर मायूसी छाई हुई है। आखिरी सीजन में भी मटर के भाव 15 रुपए तक ही स्थिर होकर रह गए हैं। जिससे किसानों को उनकी फसल की सिर्फ लागत ही निकल रही है, परंतु कोई भी लाभ इस वर्ष की फसल से नहीं हुआ है।
13 रूपए मटर का भाव
मंगलवार को मंडी में पहुंचा मटर का भाव किसानों को 13 रूपए तक मिला है। यह भाव पिछले दिनों मिले रेट के हिसाब से काफी फर्क आया है। पहले किसानों को 20 रूपये प्रति क्विंटल से मटर का भाव मिल जाया करता था। अब वही मटर का भाव 1300 रूपए से लेकर 1500 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से मिला है। जिससे किसानों के अन्दर मायूसी देखने को मिली।
गर्मी बढऩे से मटर की तुड़ाई तेज़
फरवरी के अंतिम दिनों में गर्मी की शुरुआत भी हो चुकी है,वहीं आखिरी सीजन का मटर भी अपने आखिरी चरण पर आ चुका है। जिसकी तुड़ाई भी किसानों ने शुरू कर दी है और उसको जल्द ही मंडियों में ले जाकर बेचा जा रहा है। क्योंकि अत्यधिक गर्मी बढऩे के बाद मटर सूखने लगता है और यह बेचने लायक नहीं रह जाता है। वहीं दूसरी तरफ अगर मटर खराब हो जाता है तो उसके अच्छे भाव भी किसानों को नहीं मिल पाते हैं। इसी के साथ अब सीजन के आखिरी मटर की तुड़ाई करके समय-समय पर किसानों द्वारा मंडियों में ले जाकर बेचा जा रहा है।
