अवैध कॉलोनी के बिल्डर का दूसरा कारनामा: सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट के घर चोरी की बिजली से रोशन, मामला दर्ज …वीडियो… देखें…
जबलपुर,यशभारत। करमेता स्थित सत्य ड्रीम प्रोजेक्ट के बिल्डर का काम सिर्फ लोगों को धोखा देना नहीं है, इनके द्वारा सरकारी विभाग को भी चूना लगाने का इनका काम है । दरअसल बिल्डर की पूरी कॉलोनी चोरी की बिजली से रोशन हो रही थी इसकी जानकारी जब एमपीईबी अधिकारियों को लगी तो मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने चोरी का प्रकरण दर्ज किया।

मीटर बायपास करके हो रही थी बिजली चोरी, बिल्डर पर 51 हजार का जुर्माना
बताया जा रहा है कि बिल्डर द्वारा अस्थाई रूप से एक घर के लिए बिजली कनेक्शन लिया था लेकिन उससे 11 घरों को बिजली सप्लाई की जा रही थी। मौके पर एमपीईबी अधिकारियों ने बताया कि एक मीटर को बायपास करके घरों को चोरी की बिजली से रोशन किया जा रहा है। बिल्डर पर 51 हजार का जुर्माना ठोंका गया है।
अंधेरे में रहेगी पूरी कॉलोनी
एमपीईबी अधिकारियों ने बताया कि बिल्डर ने जुर्माने की राशि अगर जमा नहीं की तो पूरी कॉलोनी अंधेरे में रहेगी। एमपीईबी अधिकारियों ने बताया कि जुर्माने की राशि जमा करने के बाद भी टीसी कनेक्शन लेना होगा अगर कॉलोनी के लोग कनेश
उल्लेखनीय है कि यशभारत की टीम ने मौके पर जाकर सत्य ड्रीम प्रोजेक्ट के काले कारोबार का चि_ा उजागर किया था। किस तरह से बिल्डर ने गरीबों को बेबकूफ बनाकर उनसे लाखों रूपए लिए और मकान बनाने का सिर्फ आश्वासन देता रहा। जिनके मकान बनाए गए हैं वहां भी धांधली की गई। घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर लोगों का सपना चकनाचूर कर दिया। सत्यम ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत प्लाट और मकान लेने वाले गरीब अब आंसू बहा रहे हैं।
कलेक्टर-एसपी से शिकायत लेकिन कोई सुनवाई नहीं
जानकर हैरानी होगी कॉलोनियों के लोगों ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के दरबार में जाकर अपनी फरियादी सुनाई, अफसरों के सामने गरीब गिड़गिड़ाए लेकिन उनकी आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। कॉलोनी के लोग इस बात को लेकर भयभीत है कि उनका विरोध करना कहीं जान पर न पड़ जाए।
वादा भूल गया बिल्डर
सत्यम प्रोजेक्ट में मकान लेना सबसे बड़ी गलती थी। मकान लेने के पहले कहा गया था कि लाइट देंगे, रोड, मंदिर और गार्डन रहेगा। यह सब तो छोड़ा बिजली भी ढंग से नहीं मिल रही है। पिछले दिनों एमपीईबी ने बिजली कनेक्शन काट दिया है। पूरी कॉलोनी अंधेरे में है।
वाणी नामदेव, पीडि़त रहवासी
दो साल सिर्फ आश्वासन मिल रहा है
मकान बने दो साल हो गए हैं लेकिन व्यवस्थाएं धेला भर की नहीं है। बिल्डर द्वारा वादा किया गया था कि सारी मूलभूत सुविधाएं दी जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि रोड तक नहीं कॉलोनी की, बिजली काट दी गई है। मकान निर्माण में भी घटिया सामग्री उपयोग की गई है।
अंकित साहू, पीडि़त रहवासी