अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम में 50 प्रतिशत से कम परिणाम वाले विद्यालयों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश : सीईओ जिला पंचायत ने ली स्कूल शिक्षा के विभागीय योजनाओं की बैठक

गोटेगांव/नरसिंहपुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दलीप कुमार की अध्यक्षता में डाइट सभागार में दो पालियो में स्कूल शिक्षा विभाग के विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने पहली पाली में सांईखेड़ा, चांवरपाठा व चीचली और दूसरी पाली में गोटेगांव, नरसिंहपुर व करेली विकासखंडों की बैठक ली।
सीईओ जिला पंचायत ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि वे हाई एवं हायर सेकेंडरी की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 50 प्रतिशत से कम परिणाम लाने वाले विद्यालयों को शोकाज नोटिस जारी करें। उन्होंने अपार आईडी, जाति प्रमाण पत्र, शिक्षा पोर्टल 3.0, परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम और वर्ष 2025 में बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम शतप्रतिशत लाने के निर्देश दिये। उन्होंने हाई एवं हायर सेकेंडरी के समस्त प्राचार्यों को निर्देशित किया कि वे जिले के समस्त विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अपार आईडी शतप्रतिशत जनरेट किये जावे। संबंधित लोक सेवा केन्द्र से विद्यार्थियों के जन्म एवं जाति प्रमाण पत्र बनावाने, डिजिटलाइजेशन, त्रुटि पूर्ण प्रमाण पत्र में सुधार करवाने और गूगल शीट में जानकारी प्रविष्टि करना सुनिश्चित करें। सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी समस्त अशासकीय विद्यालयों की मैपिंग पूर्ण कराने के लिए प्रपत्र में जानकारी तैयार कर पोर्टल में अपडेट करने के कार्य को शतप्रतिशत पूर्ण करें।
बैठक में ज़िला पंचायत सीईओ ने कहा कि समस्त विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों, शिक्षक व अभिभावकों का 60 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करना सुनिश्चित करें।साथ ही निर्देश दिये कि विद्यालय में अनियमित उपस्थिति वाले छात्रों को चिन्हित कर उनके कक्षा शिक्षक व पालकों से व्यक्तिगत संपर्क कर छात्रों को विद्यालय तक लाकर उपस्थिति बढायें।
साप्ताहिक परीक्षा में अधिक नम्बर लाने वाले छात्रों को शनिवार के दिन बाल सभा में पुरस्कृत कर अन्य विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जावे। त्रैमासिक परीक्षा परिणाम के आधार पर बोर्ड कक्षाओं के छात्रो की डीई ग्रेड छात्रों की सूची बनाकर डीई ग्रेड के छात्रों की पृथक से कक्षा संचालित की जायें। आठ अथवा दस छात्रों पर शिक्षक वार्डन नियुक्त कर जो छात्रों के प्रत्येक दिवस सम्पर्क में रहते हुए उनकी पाठ्यक्रम से सम्बंधित आने वाली कठीनाईयों को तत्परता से दूर करने का प्रयास करते रहें। विगत पांच वर्षों के बोर्ड प्रश्न पत्रों को छात्रों से हल करवायें जायें। ब्लू प्रिंट से शिक्षकों के साथ- साथ छात्रों को भी अवगत कराया जाना चाहिए। प्राचार्य द्वारा सभी विषय शिक्षकों एवं छात्रों कि शैक्षणिक गतिविधियों की नियमित समीक्षा की जायें।
संकुल अंतर्गत उपलब्ध विषयानुसार शिक्षकों को निकटतम शाला में सप्ताह के 3 दिवस शिक्षण कार्य के लिए लिया जावें। 70 प्रतिशत से कम परिणाम वाली शालाओं को विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के द्वारा निरीक्षण किया जावे। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अनिल व्यौहार, सहायक जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा दीपक अग्निहोत्री, जिला आईटी क्वाडिनेटर मुकेश साहू और जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी ,प्राचार्य मौजूद थे।