
कटनी, यश भारत। पितृमोक्ष अमावस्या के अवसर पर आज कटनी का मसुरहा घाट अनगिनत दीपकों की रोशनी से जगमगा उठा। अवसर था पितरों की पुण्य स्मृति में दीपदान कार्यक्रम का। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने यहां पहुंचकर अपने पुरखों को नम आंखों से बिदाई देते हुए कटनी नदी में दीपदान किया। पंडित आशीष दुबे चन्दन महाराज के सानिध्य में आयोजित इस कार्यक्रम की तैयारियां पिछले कई दिनों से की जा रही थी। पितृपक्ष पर कटनी नदी के मसुरहा घाट पर रोजाना सुबह पितरों को जल देने और तर्पण के लिए आने वाले लोगों ने इस कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार की। सभी के सहयोग से यह आयोजन यादगार बन गया।
पंडित आशीष दुबे चन्दन महाराज ने कहा कि पितृपक्ष हमारे जीवन का वह पावन समय है, जब हम अपने पूर्वजों का स्मरण कर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि पितरों के आशीर्वाद के बिना जीवन में पूर्णता संभव नहीं है। इसी भावना के साथ पितृपक्ष के पावन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने मशुरहा घाट जाकर विधि-विधान से अपने पितरों को जल अर्पित कर तर्पण किया और उनके प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। आज पितृमोक्ष अमावस्या के शुभ दिन पर सभी जनों ने एकत्र होकर दीप दान के इस पुण्य कार्य में सहभागिता निभाई। दीपदान के माध्यम से हमने अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उन्हें श्रद्धा व सम्मान के साथ विदाई दी। उन्होंने कहा कि यह दीप केवल प्रकाश ही नहीं, बल्कि हमारे पितरों के प्रति हमारी अटूट श्रद्धा और कृतज्ञता का प्रतीक है। सभी ने मिलकर अपने पितरों को आदरपूर्वक स्मरण किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित शुक्ला, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजा जगवानी, मनोज निगम, ललित सोनी, कल्लू दास बैरागी, प्रदीप द्विवेदी, रमाकांत रजक, बल्लू यादव सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।