अधिवक्ताओं की हड़ताल को लेकर बना असमंजस, स्टेट बार कौंसिल ने वापस ली, डिस्ट्रिक बार के वकीलों की हड़ताल जारी

जबलपुर यशभारत। अधिवक्ताओं की हड़ताल समाप्ति को लेकर आज असमंजस की स्थिति बनी रही। स्टेट बार कौंसिल ने हड़ताल समाप्ति का ऐलान कर दिया जबकि डिस्ट्रिक बार के अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी थी। एमपी स्टेट बार कौंसिल ने शुक्रवार को प्रतिवाद दिवस मनाने का आह्वान वापस ले लिया। इस सिलसिले में स्टेट बार चेयरमैन विवेक सिंह ने पत्र जारी किया। जिसमें साफ किया गया कि मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ व रजिस्ट्रार जनरल राम कुमार चौबे से मुलाकात हो चुकी है। जिसमें अधिवक्ता वर्ग की समस्याओं को गंभीरता से लिया गया। इधर राज्य अधिवक्ता परिषद के सचिव अधिवक्ता राजेश तिवारी ने कहा कि अधिवक्ताओं की विभिन्न मांगों को लेकर मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद की ओर से न्यायालीयन कार्य से विरत रहने का आव्हान किया गया है, जिला अधिवक्ता संघ जबलपुर के समस्त अधिवक्तागण न्यायिक कार्य से विरत रहेगें, आज कोई पत्र राज्य अधिवक्ता परिषद् का जारी हुआ है जिसके कारण भ्रामक स्थिति पैदा हो गई है, परन्तु जिला अधिवक्ता संघ को कोई नियमानुसार सूचना प्राप्त नहीं हुई है इस कारण जिला अधिवक्ता संघ जबलपुर आज न्यायिक कार्य से विरत रहेगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में निर्णय लिया गया था कि शुक्रवार, 24 फरवरी को राज्य का कोई भी वकील किसी भी अदालत में पैरवी करने नहीं जाएगा। यह कदम हाई कोर्ट, जिला, तहसील व राजस्व न्यायालयों में वकीलों को हो रही विभिन्न परेशानियों को गंभीरता से लेकर उठाया गया था। स्टेट बार कौंसिल के को-चेयरमैन व मानद सचिव मनीष तिवारी ने जानकारी दी कि पिछले कुछ समय से जबलपुर सहित राज्य के विभिन्न जिलों व तहसीलों से वकीलों की शिकायतें सामने आ रही हैं। जिनके अनुसार वकीलों को व्यवसायिक कठिनाई हो रही है। इसके अलावा वकीलों पर हमले हो रहे हैं। उनके ऊपर झूठे मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। लिहाजा, स्टेट बार इस सिलसिले में हस्तक्षेप करे। इस मांग को पूरा करते हुए स्टेट बार ने एक दिवसीय प्रतिवाद दिवस मनाने का निर्णय लिया है।