अतिथि शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी: सहायक शिक्षक सेवानिवृत्त हुआ तो परिवार के सदस्य को बना दिया अतिथि शिक्षक
मामला बेलखाडू संकुल का, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप, भोपाल भेजी गई शिकायत

जबलपुर, यशभारत। बेलखाडू संकुल में अतिथि शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी सामने आई है। सहायक शिक्षक ने संकुल प्राचार्य सहित विभागीय अधिकारियों को अंधेरे में रखकर अपने परिवार के सदस्य की नियुक्ति अतिथि शिक्षक के रूप में करा ली है। इस बात से पर्दा उस वक्त उठा जब मध्यप्रदेश अध्यापक प्रकोष्ठ के मुकेश सिंह ने पूरे मामले की जानकारी भोपाल भेज दी। मुख्यालय तक शिकायत पहुंचने के बाद जबलपुर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। स्थानीय अधिकारी पता लगा रहे हैं कि इतनी सतर्कता होने के बाद भी कैसे सहायक शिक्षक ने अपनों को उपकृत कर दिया।
शिकायतकर्ता मुकेश सिंह ने बताया कि राजेश त्रिपाठी सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला रैंगवा संकुल बेलखाडू 30 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो चुकें है लेकिन इनके द्वारा रिटायरमेंट से कुछ दिन पहले परिवार के एक सदस्य को स्कूल में अतिथि शिक्षक नियुक्त करवा दिया गया है। इस बात की जानकारी उस वक्त लगी जब पहले सेवाएं दे चुकें अतिथि शिक्षकों को पद खाली होने के बाबजूद बुलाया नहीं गया।
योग्यता रखने वालों को नहीं बुलाया
मुकेश सिंह ने बताया कि स्कूल में खाली पदों पर अतिथि शिक्षक बहुत पहले से नियुक्त थे लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाऊन के बाद अतिथि शिक्षकों को हटा दिया गया था। परंतु जब सरकारी स्कूल शुरू हुए तो अतिथि शिक्षकों को दोबारा बुलाया गया लेकिन रैंगवा स्कूल में अतिथि शिक्षकों को यह कहकर नहीं बुलाया गया कि यहां पर पद खाली नहीं है। अतिथि शिक्षक की योग्यता नहीं रखने वाले युवक को नियुक्ति दी गई।
पीछे के दरवाजे से कराई गई नियुक्ति
रैंगवा स्कूल के सेवानिवृत्त सहायक शिक्षक पर आरोप है कि इनके द्वारा संकुल प्राचार्य और जिला कार्यालय के अधिकारियों को अंधेरे में रखकर पीछे के दरवाजे से अपने परिवार के सदस्य को अतिथि शिक्षक बनाया गया। गलत तरीके से की गई अतिथि शिक्षक नियुक्ति की बात कभी सामने नहीं आती लेकिन अतिथि शिक्षक के रूप में सेवाएं दे चुकें युवकों को न बुलाकर उन से कम योग्यता रखने वाले व्यक्ति की नियुक्ति दी गई जिसकी वजह से हड़कंप मच गया।